अहमदाबाद, गुजरात: बीते दिनों अहमदाबाद में हुए एक दर्दनाक विमान हादसे के बचाव कार्यों के दौरान, एक स्थानीय व्यवसायी राजेश पटेल ने मानवता और ईमानदारी की एक अविश्वसनीय मिसाल पेश की है। उन्होंने दुर्घटना स्थल के मलबे से लगभग 70-80 तोला सोना और ₹50,000 से ₹70,000 नकद बरामद किए, जिसे उन्होंने बिना किसी लालच के सरकारी अधिकारियों को सौंप दिया।
राजेश पटेल ने इस दिल दहला देने वाले अनुभव को साझा करते हुए बताया, “हादसा मेरे घर से सिर्फ 300 मीटर दूर हुआ था। हम बगल में रहने वाले डॉक्टर की एम्बुलेंस में तुरंत घटनास्थल की ओर भागे।” उन्होंने कहा कि जब वे वहां पहुंचे, तो आग और धुएं के कारण कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे रहा था।
पटेल के अनुसार, आग बुझाने के बाद जब वे मलबे के करीब पहुंचे, तो चारों ओर शव बिखरे हुए थे। उन्होंने जीवित लोगों को ढूंढने की कोशिश की, ताकि उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके, लेकिन यह साफ था कि कोई जीवित नहीं बचा था।
बरामद हुए विदेशी पासपोर्ट, धार्मिक ग्रंथ और करोड़ों का सामान

पटेल ने बताया, “हमने पुरानी साड़ियों, दुपट्टों और गेहूं के बोरों की मदद से शवों को इकट्ठा करने में मदद की। जब सभी शव बरामद कर लिए गए, तो हमने सोचा कि अगर हम किसी को बचा नहीं पाए, तो कम से कम उनके सामान का ख्याल रखना चाहिए।”
बचाव कार्य के दौरान, उन्हें मलबे से ब्रिटिश और भारतीय पासपोर्ट, जले हुए मोबाइल, लैपटॉप, आईपैड, भारी मात्रा में आभूषण, एक गीता और भगवान कृष्ण की मूर्तियां भी मिलीं। पटेल ने यह सब सरकारी अधिकारियों को सौंप दिया। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम केवल लोगों की मदद करना चाहते थे… मैंने उस जगह की एक भी तस्वीर नहीं ली… हमें 50,000 से 70,000 रुपये नकद भी मिले… यह सब हमने सरकारी अधिकारी को दे दिया।”
राजेश पटेल का यह कदम, ऐसे त्रासदीपूर्ण समय में उनकी ईमानदारी और मानवीय मूल्यों का एक अद्भुत उदाहरण है, जिसने लाखों लोगों का दिल जीत लिया है।