वाशिंगटन/यरुशलम, 9 जुलाई 2025: इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 8 जुलाई 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से व्हाइट हाउस में मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने उपराष्ट्रपति वेंस से भी संक्षिप्त बैठक की। यह उच्चस्तरीय बैठक ऐसे समय में हुई है जब गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष जारी है, बंधकों की रिहाई के प्रयास तेज़ हो गए हैं, और मध्य पूर्व में क्षेत्रीय समीकरण बदल रहे हैं। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस बात पर जोर दिया कि इज़रायल अपने सभी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है, भले ही इसके लिए “दर्दनाक कीमत” चुकानी पड़े।
बैठक के प्रमुख बिंदु और PM नेतन्याहू की X पोस्ट का विश्लेषण:
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपनी X पोस्ट के माध्यम से इस महत्वपूर्ण मुलाकात के मुख्य संदेशों को साझा किया, जो इज़रायल के मौजूदा सुरक्षा और राजनयिक उद्देश्यों को उजागर करते हैं:
* बंधकों की तत्काल रिहाई पर फोकस: नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि उनकी बातचीत का प्राथमिक एजेंडा गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई के प्रयासों पर केंद्रित था। उन्होंने कहा, “हम एक पल के लिए भी इससे पीछे नहीं हट रहे हैं, और यह हमारे वीर सैनिकों द्वारा डाले गए सैन्य दबाव के कारण संभव हो रहा है।” यह टिप्पणी गाजा में जारी सैन्य अभियानों और कतर में चल रही अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता के बीच आई है, जहां बंधकों की रिहाई एक महत्वपूर्ण बाधा बनी हुई है।
* हमास का पूर्ण खात्मा और इज़रायल की सुरक्षा: प्रधानमंत्री ने इज़रायल के दृढ़ संकल्प को दोहराया कि उनका लक्ष्य न केवल सभी बंधकों – जीवित और मृत दोनों – को वापस लाना है, बल्कि हमास की सैन्य और शासनात्मक क्षमताओं को पूरी तरह से खत्म करना भी है। उन्होंने कहा, “और इसके माध्यम से यह सुनिश्चित करना है कि गाजा अब इज़रायल के लिए खतरा न बने।” उन्होंने इस बात पर भी खेद व्यक्त किया कि इस संघर्ष में “हमारे सबसे अच्छे बेटों के गिरने” जैसी दर्दनाक कीमतें चुकानी पड़ रही हैं। हाल ही में गाजा में पांच इजरायली सैनिकों की मौत ने इज़रायल में शोक का माहौल पैदा कर दिया है।
* ईरान पर “महान जीत” और अब्राहम समझौतों का विस्तार: नेतन्याहू ने खुलासा किया कि बैठक में ईरान पर इज़रायल की “महान जीत” के परिणामों और मध्य पूर्व पर इसके संभावित प्रभावों पर भी चर्चा हुई। उन्होंने संकेत दिया कि इससे “शांति के दायरे का विस्तार करने, अब्राहम समझौतों का विस्तार करने” के नए अवसर खुले हैं। नेतन्याहू ने बताया कि इज़रायल इस दिशा में “पूरी लगन से काम कर रहा है।” यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि इज़रायल ईरान के साथ हालिया संघर्ष के बाद क्षेत्रीय सामान्यीकरण के लिए नए दरवाजे खोलने का प्रयास कर रहा है, जिसमें लेबनान, सीरिया और सऊदी अरब जैसे देशों के साथ संभावित समझौते शामिल हो सकते हैं।
* राष्ट्रपति ट्रम्प का आभार: प्रधानमंत्री ने इज़रायल के नागरिकों की ओर से राष्ट्रपति ट्रम्प के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने ट्रम्प के “समर्थन,” उनके “निर्णायक कार्रवाई,” और “मध्य पूर्व के लिए एक महान भविष्य और इज़रायल राज्य के लिए एक महान भविष्य” लाने के लिए किए जा रहे साझा प्रयासों की सराहना की। नेतन्याहू ने ट्रम्प को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित भी किया, जिससे दोनों नेताओं के बीच मजबूत संबंधों का पता चलता है।
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब ट्रम्प ने इस सप्ताह हमास के साथ युद्धविराम समझौते की उम्मीद जताई है, हालांकि नेतन्याहू ने हमास द्वारा रखी गई शर्तों को खारिज कर दिया है और हमास के सैन्य बल के रूप में उन्मूलन की गारंटी पर जोर दिया है। वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर इसका व्यापक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, क्योंकि इज़रायल मध्य पूर्व में अपनी सुरक्षा और राजनयिक स्थिति को मजबूत करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।