कांवड़ यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले होटल,ढाबों और रेहड़ी पटरी वालों को अपनी दुकान पर नेम प्लेट लगाने वाले मुद्दे की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में कल यानी 26 जुलाई को होनी है लेकिन यह मुद्दा भारत में ही नहीं बल्कि अमेरिका में भी चर्चित हो गया है ।
हमेशा की तरह इस तरह के मुद्दे को अंतराष्ट्रीय बनाने का प्रयास पाकिस्तान ही करता है और इस बार भी यह प्रयास पाकिस्तान ने ही किया जब एक पाकिस्तानी पत्रकार ने अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता से इस मामले को लेकर सवाल पूछ लिया ।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस पर जवाब देते हुए कहा ” हमने वो रिपोर्ट भी देखी हैं कि भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई को उन नियमों के क्रियान्वयन पर अंतरिम रोक लगा दी है। इसलिए वे वास्तव में प्रभावी नहीं हैं। सामान्य रूप से कहें तो, हम दुनिया में कहीं भी सभी के लिए धर्म और आस्था की स्वतंत्रता के अधिकार के लिए सार्वभौमिक सम्मान को बढ़ावा देने और उसकी रक्षा करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैं और हमने सभी धर्मों के सदस्यों के लिए समान व्यवहार के महत्व पर अपने भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत की है । “