मेरठ, [17 जून]: आगामी वार्षिक कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर मेरठ में हलचल तेज हो गई है। यात्रियों की सुरक्षा और सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में, एडीजी मनु भास्कर ने सभी संबंधित पक्षों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें यातायात व्यवस्था और अन्य तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
कांवड़ यात्रा 2025 पर क्या कहा एडीजी मनु भास्कर ने?
एडीजी मनु भास्कर ने पत्रकारों को बताया, “हमने कांवड़ यात्रा से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारकों) के साथ एक बैठक की है। इसमें कांवड़ियों की सुरक्षा, मार्ग व्यवस्था और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गहन चर्चा हुई है।” उन्होंने विशेष रूप से यातायात डायवर्जन (मार्ग परिवर्तन) पर जोर देते हुए कहा, “यातायात को सुचारु बनाने के लिए हमने दुकानदारों सहित सभी संबंधित पक्षों से बात की है। हमारा लक्ष्य है कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी को भी अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े।”
प्रमुख बिंदु:
- सुरक्षा व्यवस्था: कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा एक बड़ी प्राथमिकता है। पुलिस ने पिछली यात्राओं के अनुभव और महाकुंभ में अपनाई गई तकनीकों को ध्यान में रखते हुए इस बार भी पुख्ता इंतजाम करने की योजना बनाई है। इसमें ड्रोन से निगरानी, सीसीटीवी कैमरों का व्यापक उपयोग और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती शामिल होगी।
- यातायात प्रबंधन: मेरठ से होकर गुजरने वाले कांवड़ मार्ग पर यातायात का दबाव काफी बढ़ जाता है। इसे देखते हुए, भारी वाहनों के लिए विशेष रूप से मार्ग परिवर्तन की योजना बनाई जा रही है। दुकानदारों और स्थानीय निवासियों से सहयोग की अपील की गई है ताकि आवागमन बाधित न हो।
- शिविर और सुविधाएं: कांवड़ मार्ग पर शिवभक्तों के लिए लगाए जाने वाले शिविरों और अन्य सुविधाओं पर भी चर्चा हुई। इसमें पेयजल, स्वच्छता, चिकित्सा सुविधा और भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
- समन्वय: एडीजी ने बताया कि यात्रा को सफल बनाने के लिए पुलिस, प्रशासन और अन्य विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जा रहा है। विभिन्न जिलों से आने वाले कांवड़ियों की संख्या को देखते हुए अंतर-राज्यीय समन्वय पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
पृष्ठभूमि:
कांवड़ यात्रा उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों शिवभक्त गंगाजल लेकर हरिद्वार से अपने गंतव्य की ओर पैदल यात्रा करते हैं। मेरठ कांवड़ यात्रा का एक प्रमुख मार्ग है, इसलिए यहां पर विशेष व्यवस्थाएं की जाती हैं। एडीजी मनु भास्कर का यह बयान दर्शाता है कि प्रशासन इस वर्ष की यात्रा को भी सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।