देहरादून, [17 जून]: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए एक विशेष निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान लेने और निर्देश के बाद आयोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य पत्रकारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। राज्य सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने इस पहल की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त की थी।
क्या कहा सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने?
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया, “हाल के दिनों में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं और मुख्यमंत्री ने इसका संज्ञान लिया। उन्होंने हमें निर्देश दिया था कि पत्रकारों के लिए एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाए, जिसमें उनका पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। यदि किसी को कोई समस्या आती है, तो उसका फॉलो-अप किया जाए और उन्हें चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएं।”
तिवारी ने आगे कहा, “इसी क्रम में, हमने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से यहां इस शिविर का आयोजन किया है। यहां सभी पत्रकार और उनके परिवार के सदस्य निःशुल्क स्वास्थ्य जांच करवा रहे हैं। साथ ही, आवश्यकतानुसार दवाएं भी वितरित की जा रही हैं।”
शिविर के मुख्य उद्देश्य और लाभ:

- मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों के स्वास्थ्य के प्रति विशेष संवेदनशीलता दिखाते हुए इस शिविर के आयोजन का निर्देश दिया था। उनका मानना है कि पत्रकार दिन-रात कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर अक्सर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- निःशुल्क जांच और उपचार: शिविर में पत्रकारों और उनके परिवारों के लिए विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जांचें जैसे रक्तचाप, मधुमेह, नेत्र जांच, ईएनटी जांच आदि निःशुल्क की जा रही हैं। विशेषज्ञ डॉक्टर परामर्श भी दे रहे हैं और आवश्यक दवाएं भी मुफ्त में दी जा रही हैं।
- फॉलो-अप सुविधा: यदि किसी पत्रकार को जांच के दौरान कोई स्वास्थ्य समस्या पाई जाती है, तो उसके लिए आगे की जांच और उपचार के लिए फॉलो-अप की व्यवस्था भी की जाएगी।
- स्वास्थ्य विभाग का सहयोग: यह शिविर सूचना विभाग और स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से आयोजित किया गया है, जो सरकार की पत्रकारों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उत्तराखंड सरकार की यह पहल राज्य के पत्रकारों के बीच सराहना का विषय बनी हुई है, क्योंकि इससे उन्हें अपनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद स्वास्थ्य जांच कराने का अवसर मिल रहा है।