नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर और उप-कप्तान ऋषभ पंत पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की अनुशासनात्मक कार्रवाई की तलवार लटक रही है। हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन अंपायर पॉल रीफेल के साथ उनकी तीखी नोकझोंक इसका कारण बनी है।
यह घटना इंग्लैंड की पारी के 63वें ओवर में घटी, जब पंत गेंद बदलने की जिद पर अड़े थे। उनका मानना था कि लाल गेंद अपनी चमक और आकार खो चुकी है, लेकिन अंपायर रीफेल ने मानक गेज टेस्ट का उपयोग करने के बाद उसी गेंद से खेल जारी रखने का फैसला किया। अंपायर के इस फैसले से नाराज पंत ने गुस्से में गेंद फेंककर अपनी निराशा जाहिर की।
इस पूरे घटनाक्रम पर पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कमेंट्री के दौरान पंत की हताशा को सही ठहराया। शास्त्री ने कहा, “जब आप हर बार गेंद बदलने की इच्छा करने लगते हैं, तो यह स्पष्ट संकेत है कि कुछ नहीं हो रहा है। हम चाहते हैं कि कुछ हो। और यही पंत की हताशा थी।”
हालांकि, इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज मार्क बुचर पंत के इस व्यवहार से खुश नहीं थे। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसकी कोई ज़रूरत थी। (हम) जानते हैं कि वह एक शोमैन है और इसका एक हिस्सा शायद भीड़ से प्रतिक्रिया पाने के लिए है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि पॉल रीफ़ेल ने इसे बहुत पसंद किया होगा।”
आईसीसी मैच रेफरी रिची रिचर्डसन पंत के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं, क्योंकि भारतीय खिलाड़ी ने आईसीसी आचार संहिता के दो महत्वपूर्ण अनुच्छेदों का उल्लंघन किया है।
आईसीसी आचार संहिता के तहत संभावित उल्लंघन:
* अनुच्छेद 2.8: यह अंपायरिंग के फैसले के खिलाफ असहमति से संबंधित है। पंत के मामले में, इसे खंड (ए) के तहत ‘अत्यधिक निराशा दिखाने’ और खंड (एच) के तहत ‘निर्णय के बारे में लंबी चर्चा में शामिल होने’ के लिए स्तर 1 या स्तर 2 के अपराध के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।
* अनुच्छेद 2.9: यह “किसी खिलाड़ी, अंपायर या किसी अन्य व्यक्ति पर अनुचित और खतरनाक तरीके से गेंद फेंकने” पर रोक लगाता है। इस अनुच्छेद के अंतर्गत किसी भी अपराध के लिए संभावित रूप से स्तर 1 और स्तर 2 का दंड लगाया जा सकता है।
अभी तक मैच रेफरी ने कोई कार्रवाई नहीं की है, लेकिन ऐसी संभावना है कि चल रहे खेल के अंत में इस पर कोई घोषणा की जाएगी। पंत पर लगने वाले संभावित दंड से भारतीय टीम को झटका लग सकता है।
क्या पंत को आईसीसी से मिलेगी सज़ा? या फिर उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया जाएगा? यह देखना दिलचस्प होगा कि मैच रेफरी का क्या फैसला आता है।