लखनऊ/दिल्ली 29 मई: उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया, पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार मिलने की प्रबल संभावना है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, उनके सेवा विस्तार से संबंधित फाइल केंद्र सरकार को भेज दी गई है, जिस पर जल्द ही मुहर लगने की उम्मीद है। दिल्ली के उच्च पदस्थ सूत्रों ने इस खबर की पुष्टि की है।
क्या है मामला?
वर्तमान में DGP प्रशांत कुमार का कार्यकाल समाप्त होने वाला है, लेकिन उनके शानदार कार्यकाल और प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, उन्हें सेवा विस्तार दिए जाने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। प्रशांत कुमार ने अपने कार्यकाल में कई बड़े और महत्वपूर्ण फैसलों को लागू किया है, जिससे प्रदेश में अपराध नियंत्रण में काफी मदद मिली है।
दिल्ली में हलचल
सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत कुमार के सेवा विस्तार की फाइल दिल्ली में संबंधित मंत्रालयों के पास पहुंच चुकी है और उस पर तेजी से कार्यवाही चल रही है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश सरकार की इस सिफारिश पर सकारात्मक रुख अपनाएगी।
उत्तर प्रदेश के लिए क्या मायने?
अगर प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार मिलता है, तो यह उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए एक स्थिरता का संकेत होगा। उनके अनुभव और कार्यशैली का लाभ प्रदेश पुलिस को आगे भी मिलता रहेगा। उनके कार्यकाल में पुलिसिंग में कई नवाचार किए गए हैं और अपराध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।
आगे क्या?
अब सभी की निगाहें दिल्ली पर टिकी हैं कि कब प्रशांत कुमार के सेवा विस्तार पर आधिकारिक मुहर लगती है। इस फैसले से उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासनिक हल्कों में भी नई ऊर्जा का संचार होगा।