छत्रपति संभाजीनगर, महाराष्ट्र: क्या आपने कभी सोचा है कि उम्र के ढलान पर भी प्यार की चमक इतनी तेज हो सकती है कि वह किसी दुकान मालिक का दिल पिघला दे? महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में इन दिनों एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने लाखों लोगों की आंखों में आंसू ला दिए हैं और उन्हें अमर प्रेम की नई परिभाषा सिखा दी है।
अचानक दुकान में दाखिल हुआ एक बुजुर्ग जोड़ा…
यह घटना आज, गुरुवार, 19 जून, 2025 की सुबह की तरह ही ताजा है, जब 93 वर्षीय निवृत्ति शिंदे अपनी पत्नी शांताबाई के साथ एक आभूषण की दुकान में दाखिल हुए। साधारण सफ़ेद धोती-कुर्ता और टोपी पहने इस ग्रामीण जोड़े को देखकर पहले तो दुकान के कर्मचारियों ने गलती से सोचा कि वे दान मांगने आए हैं। यह जोड़ा जालना जिले के अंभोरा जहागीर के एक छोटे से कृषि गाँव से आता है, और स्थानीय स्तर पर हर जगह एक साथ यात्रा करने के लिए जाना जाता है, खासकर आगामी आषाढ़ी एकादशी के लिए पंढरपुर की पैदल यात्रा के दौरान।
जब बुजुर्ग ने कहा: ‘पत्नी के लिए मंगलसूत्र चाहिए!’

प्रारंभिक गलतफहमी तब दूर हुई, जब निवृत्ति शिंदे ने चुपचाप अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदने की इच्छा जताई – जो भारतीय संस्कृति में विवाह का एक पवित्र प्रतीक है। यह सुनते ही दुकान के कर्मचारी और मालिक भावुक हो गए। उनकी उम्र और सादगी देखकर मालिक का दिल पिघल गया।
दुकान के मालिक ने बाद में बताया, “यह बुजुर्ग दंपति दुकान में दाखिल हुए और उस आदमी (निवृत्ति शिंदे) ने मुझे 1,120 रुपये दिए और कहा कि वह अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदना चाहता है।” मालिक ने आगे कहा, “मैं उनके इस कदम से अभिभूत हो गया। मैंने आशीर्वाद के तौर पर उनसे केवल 20 रुपये लिए और दंपति को मंगलसूत्र खुशी-खुशी थमा दिया।”
2 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया ये ‘प्यार भरा’ वीडियो!

इस दिल को छू लेने वाले पल का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है, जिसे दो करोड़ से ज़्यादा बार देखा जा चुका है। हर कोई इस बुजुर्ग दंपति के बीच के उस अटूट प्रेम की प्रशंसा कर रहा है, जो अपनी उम्र और सीमित साधनों के बावजूद जीवन की हर यात्रा में एक-दूसरे का हाथ थामे रहते हैं। यह कहानी सिर्फ एक मंगलसूत्र की नहीं, बल्कि उस निस्वार्थ प्रेम की है जो हर बाधा को पार कर जाता है और इंसानियत में विश्वास को गहरा करता है। यह वाकई एक ऐसा रोमांस है जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा।