लखनऊ 8 सितंबर : उत्तर प्रदेश को वर्ष 2047 तक एक विकसित और आत्मनिर्भर प्रदेश बनाने की दिशा में योगी सरकार ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्प के अनुसार, प्रदेश को आईटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का वैश्विक हब बनाने की तैयारी चल रही है, जिसके तहत कई बड़े ऐलान किए गए हैं।
प्रमुख लक्ष्य और योजनाएं:
- 15-20 ‘डेकाकॉर्न’ का लक्ष्य: यूपी को 2047 तक 15 से 20 ‘डेकाकॉर्न’ (10 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली कंपनियां) वाला प्रदेश बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
- 4 करोड़ ग्लोबल स्किल्ड वर्कफोर्स: 2047 तक 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 4 करोड़ युवाओं की ग्लोबल स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार की जाएगी। यूपी को भारत का स्किल कैपिटल बनाने का संकल्प लिया गया है।
- AI और ब्लॉकचेन में वैश्विक लीडर: सीएम योगी का संकल्प है कि 2047 तक यूपी को एआई और ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी में वैश्विक लीडर के रूप में स्थापित किया जाएगा।
- 2030 तक AI सिटी और यूनिकॉर्न स्टार्टअप: 2030 तक लखनऊ और कानपुर में एआई सिटी विकसित की जाएंगी। साथ ही, 20 यूनिकॉर्न स्टार्टअप (1 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली कंपनियां) भी तैयार करने का लक्ष्य है।
- डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का सुदृढ़ीकरण: हर मंडल में इनक्यूबेटर स्थापित किए जाएंगे और टियर-2 तथा टियर-3 शहरों में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा।
योगी सरकार की ये पहलें उत्तर प्रदेश को केवल भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर एक प्रमुख तकनीकी और आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश के युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर मिलेंगे और यूपी का आर्थिक परिदृश्य पूरी तरह बदल जाएगा।