लेह, लद्दाख 3 जून : केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लद्दाख राजभाषा विनियमन 2025 (Ladakh Official Languages Regulation 2025) को प्रख्यापित (Promulgated) कर दिया है। इस विनियमन के लागू होने के बाद, लद्दाख में अब पांच भाषाओं को आधिकारिक दर्जा मिल गया है।
कानून मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना:
केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय ने एक राजपत्र अधिसूचना (Gazette Notification) जारी कर इस बात की पुष्टि की है। अधिसूचना के अनुसार, लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के सभी या किसी भी आधिकारिक उद्देश्य के लिए अंग्रेजी (English), हिंदी (Hindi), उर्दू (Urdu), भोटी (Bhoti) और पूरगी (Purgi) भाषाओं का उपयोग किया जाएगा।
पहले सिर्फ अंग्रेजी थी राजभाषा:
गौरतलब है कि इससे पहले लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र आधिकारिक भाषा केवल अंग्रेजी थी। इस नए नियम के आने से स्थानीय भाषाओं, विशेषकर भोटी और पूरगी को महत्व मिलेगा, जिससे क्षेत्र की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत को बढ़ावा मिलेगा। यह निर्णय लद्दाख के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को भी पूरा करता है।
इस कदम से लद्दाख के प्रशासन और आम जनता के बीच संचार और अधिक सुलभ होने की उम्मीद है।