मुंबई, 18 जुलाई 2025: भारतीय शेयर बाजार में आज प्रमुख सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। आईटी और बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया, जबकि निवेशक अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताओं के नतीजों को लेकर सतर्क रहे। विदेशी फंडों की लगातार निकासी ने भी बाजार के नकारात्मक रुख में योगदान दिया।
आज कारोबार के अंत में, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 500 से अधिक अंक गिरकर 81,758 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी आधे प्रतिशत से अधिक यानी 143 अंक की गिरावट के साथ 24,968 पर सेटल हुआ। यह लगातार दूसरा दिन है जब बाजार लाल निशान में बंद हुए हैं।
गिरावट के प्रमुख कारण:
* आईटी शेयरों में दबाव: आज आईटी सेक्टर के शेयरों में मुनाफावसूली और कमजोर तिमाही नतीजों के कारण बिकवाली का दबाव देखा गया। हालांकि, कुछ प्रमुख आईटी कंपनियों जैसे इंफोसिस और एचसीएल टेक ने मामूली बढ़त दर्ज की, लेकिन सेक्टर पर समग्र दबाव बना रहा।
* बैंकिंग शेयरों में गिरावट: एक्सिस बैंक सहित कई बड़े बैंकिंग शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, खासकर एक्सिस बैंक के जून तिमाही के कमजोर नतीजों के बाद, जिसमें उसके शुद्ध लाभ में 3% की कमी आई। बीएसई बैंकएक्स इंडेक्स में 1.33% की गिरावट आई।
* अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता: अमेरिका-भारत के बीच चल रही व्यापार वार्ताओं के नतीजों को लेकर निवेशकों में सतर्कता बनी हुई है। बाजार इस बात पर नज़र रख रहा है कि क्या टैरिफ से संबंधित कोई सकारात्मक खबर आती है, हालांकि अनिश्चितता बनी हुई है।
* विदेशी फंडों की निकासी: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार दूसरे दिन इक्विटी में शुद्ध बिकवाली देखने को मिली, जिसने बाजार पर दबाव बढ़ाया। गुरुवार को FIIs ने 3,694.31 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची थी।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि Q1 आय घोषणाओं के साथ-साथ उच्च मूल्यांकन और FIIs की बिकवाली के कारण निवेशकों की भावना कमजोर बनी हुई है। हालांकि, अगर अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर कोई सकारात्मक विकास होता है, तो यह बाजार की धारणा को बेहतर कर सकता है।