संभल, उत्तर प्रदेश, 24 मई 2025: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में बिजली विभाग ने समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर बिजली की अवैध खपत का आरोप लगाते हुए ₹1.91 करोड़ का भारी जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई बिजली चोरी के खिलाफ विभाग की सख्त नीति का हिस्सा मानी जा रही है।
संभल के बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता (Executive Engineer) नवीन गौतम ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया, “संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क को अंतिम नोटिस भेज दिया गया है….अब उनके पास इसे भुगतान करने या अदालत का दरवाजा खटखटाने का विकल्प है…”
जुर्माने का कारण और आरोप:
बिजली विभाग के सूत्रों के अनुसार, सांसद के आवास या संबंधित परिसर में बड़े पैमाने पर बिजली की चोरी पाई गई थी। यह जुर्माना लंबे समय से चल रही अवैध बिजली खपत का परिणाम है, जिसका आकलन करने के बाद विभाग ने यह बड़ी राशि तय की है। अवैध बिजली खपत में मीटर से छेड़छाड़, सीधे तार डालकर बिजली का इस्तेमाल करना या स्वीकृत भार से अधिक बिजली का उपयोग करना शामिल हो सकता है।
आगे की कार्रवाई:
नवीन गौतम के बयान से स्पष्ट है कि बिजली विभाग ने अपनी ओर से सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं और अब गेंद सांसद के पाले में है। उन्हें या तो निर्धारित जुर्माने का भुगतान करना होगा या वे इस फैसले को अदालत में चुनौती दे सकते हैं। यदि वे जुर्माना नहीं भरते हैं और अदालत भी विभाग के फैसले को बरकरार रखती है, तो उनके खिलाफ बिजली अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें बिजली कनेक्शन काटना और अन्य दंडात्मक प्रावधान शामिल हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
इस मामले के सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उम्मीद है कि इस मामले को लेकर सियासी बयानबाजी शुरू होगी। विपक्ष इस मुद्दे को उठाकर सत्तारूढ़ दल पर हमला बोल सकता है, जबकि सत्ता पक्ष बिजली चोरी के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाने का प्रयास करेगा।
यह घटना दर्शाती है कि बिजली विभाग, बिजली चोरी पर लगाम लगाने के लिए अब बड़े नामों पर भी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हट रहा है। यह संदेश आम जनता के लिए भी है कि बिजली का अवैध उपयोग महंगा पड़ सकता है।