लखनऊ,3 अगस्त ; लखनऊ के माल थाने में तैनात दारोगा अमीन खान को विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, अमीन खान ने दहेज उत्पीड़न के मामले में चार लोगों का नाम केस से हटाने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की थी. दारोगा ने समीर कुमार से रिश्वत की मांग की थी. समीर की पत्नी ने समीर और उसके परिवार के खिलाफ दहेज का केस दर्ज करवाया था.
दरअसल एक महिला ने अपने पति समीर के साथ साथ उसकी बहन, बहनोई और दो भाइयों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा लखनऊ के माल थाने में दर्ज करवाया था. मामले की जांच माल थाने के दारोगा अमीन खान कर रहे थे. मामले की जांच के दौरान दारोगा ने केस में बहन, बहनोई के साथ साथ भाइयों का नाम हटाने के लिए समीर से ही 30 हजार रुपये की मांग कर दी. आरोप है कि दारोगा लगातार रिश्वत के लिए समीर पर दवाब भी बना रहे थे. दारोगा का साफ कहना था कि समीर उसे 30 हजार रुपये दे दो तो इस केस में उसके भाइयों, बहन और बहनोई का नाम हट जाएगा.
यूं पकड़े गए दारोगा
दारोगा के दवाब से परेशान होकर समीर ने इसकी शिकायत जिम्मेदार विभाग से की. इसके बाद विजिलेंस की टीम ने दारोगा को रंगे हाथ पकड़ने की पूरी योजना बनाई. योजना के तहत विजिलेंस की टीम के अधिकारी सिविल ड्रेस पहनकर दारोगा का इंतजार करने लगे. जैसे ही समीर दारोगा को देने के लिए 30 हजार रुपये लेकर आया और दारोगा ने रुपये अपने हाथों में लिए, फौरन विजिलेंस टीम के अधिकारियों ने दारोगा को दबोच लिया.
खुद को विजिलेंस टीम की पकड़ में देख दारोगा सकते में आ गया. इसके बाद टीम उसे गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई. दारोगा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल ये मामला चर्चाओं में बना हुआ है.
जेल भेजने की दे रहा था धमकी
आरोप है कि दारोगा अमीन खान लगातार सभी को जेल भेजने की धमकी दे रहा था. वह समीर से 30 हजार रुपये की लगातार मांग कर रहा था. लगातार धमकियों से परेशान होकर समीर ने उसकी शिकायत कर दी और ये पूरा मामला खुलकर सामने आ गया.