गंगटोक, सिक्किम 4 जून: सिक्किम में हाल ही में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बाद, भारतीय वायुसेना (IAF) ने त्वरित मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभियान शुरू किया है। वायुसेना के Mi-17 हेलीकॉप्टरों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दूरस्थ चेटन क्षेत्र में राहत सामग्री पहुंचाई, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को एयरड्रॉप किया और फंसे हुए 33 व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला, जिनमें दो अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। भारतीय वायुसेना जीवन बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ है।
मुख्य बिंदु:
* तत्काल सहायता: सिक्किम में भूस्खलन की खबर मिलते ही भारतीय वायुसेना ने बिना देरी किए अपने Mi-17 हेलीकॉप्टरों को राहत कार्य में लगाया।
* राहत सामग्री की आपूर्ति: प्रभावित क्षेत्रों में भोजन, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुओं सहित राहत सामग्री पहुंचाई गई, जो भूस्खलन के कारण कट गए थे।
* NDRF टीमों की तैनाती: राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की विशेष टीमों को भी हेलीकॉप्टरों के माध्यम से प्रभावित इलाकों में पहुंचाया गया ताकि वे बचाव और राहत कार्यों में तेजी ला सकें।
* फंसे हुए लोगों को निकाला: भारतीय वायुसेना ने चेटन के दुर्गम क्षेत्र से 33 फंसे हुए व्यक्तियों को सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया। इनमें दो अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे, जो इस प्राकृतिक आपदा में फंस गए थे।
* जीवन बचाने की प्रतिबद्धता: भारतीय वायुसेना ने एक बार फिर अपनी क्षमता और संकट के समय में नागरिकों की सहायता के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है।
सिक्किम में चल रहे राहत अभियानों में भारतीय सेना और एनडीआरएफ के साथ भारतीय वायुसेना का यह त्वरित और प्रभावी सहयोग प्राकृतिक आपदा के समय में भारत की मजबूत प्रतिक्रिया क्षमता को दर्शाता है।