नई दिल्ली, 11 जून 2025: भारतीय नौसेना की सेवानिवृत्त अधिकारी कमांडर गौरी मिश्रा ने ताइवान में आयोजित 2025 ग्रीष्मकालीन विश्व मास्टर्स गेम्स में ट्रैक साइक्लिंग में 2 स्वर्ण और 1 रजत पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। उनकी यह जीत, सीमित संसाधनों और पेशेवर प्रशिक्षण के अभाव के बावजूद, जुनून और कड़ी मेहनत का एक बेहतरीन उदाहरण है।
अपनी शानदार उपलब्धि पर बात करते हुए कमांडर गौरी मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने कहा, “न तो मेरे पास संसाधन थे, न ही उचित पेशेवर प्रशिक्षण था, न ही कोई मिसाल थी, और न ही उचित गियर। मेरे पास जो कुछ था, वह सिर्फ जुनून था।” उन्होंने आगे कहा, “जैसा कि किस्मत में था, मेरी कड़ी मेहनत रंग लाई, और आज मेरे पास दो स्वर्ण और एक रजत पदक हैं।”
गौरी मिश्रा ने अपनी जीत को ‘सपनों की कोई उम्र नहीं होती है’ (Dreams have no age) की कहावत से जोड़ा। उन्होंने भावुक होकर कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं महिलाओं और बच्चों के लिए प्रेरणा बनूंगी…” उनकी यह कहानी उन सभी के लिए एक मिसाल है जो उम्र या संसाधनों की कमी को अपने सपनों को पूरा करने की राह में बाधा मानते हैं।
कमांडर गौरी मिश्रा की यह उपलब्धि दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प और अथक प्रयास से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है, और यह विशेष रूप से उन महिलाओं और बच्चों को प्रेरित करेगी जो अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।