नई दिल्ली,19 जून : भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख इस्पात कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने भारत के पहले स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धपोत शैलो वाटर क्राफ्ट (Anti-Submarine Warfare Shallow Water Craft – ASW-SWC), आईएनएस अरनाला (INS Arnala) के लिए आवश्यक सभी विशेष स्टील की आपूर्ति की है।
इस्पात मंत्रालय ने सराही SAIL की भूमिका
इस्पात मंत्रालय (SteelMinIndia) ने आज, गुरुवार, 19 जून, 2025 को इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि देश की रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में इस साझेदारी में, SAIL ने इस परियोजना के लिए पूरी विशेष स्टील की आवश्यकता को पूरा किया है। यह न केवल भारतीय विनिर्माण क्षमता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश अपने महत्वपूर्ण रक्षा उपकरणों के लिए विदेशी आयात पर निर्भरता कम कर रहा है।
INS ARNALA : भारतीय नौसेना की नई ताकत
आईएनएस अरनाला भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट है, जिसे विशेष रूप से उथले पानी में पनडुब्बी रोधी अभियानों के लिए डिजाइन किया गया है। यह पोत भारतीय नौसेना की युद्धक क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा और तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
SAIL द्वारा इस परियोजना के लिए उच्च गुणवत्ता वाले विशेष स्टील की आपूर्ति करना, रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के भारत के संकल्प को दर्शाता है। यह कदम देश की इंजीनियरिंग और विनिर्माण क्षमताओं को सशक्त करता है, साथ ही भविष्य में ऐसी और परियोजनाओं के लिए मार्ग प्रशस्त करता है।
