मुरादनगर न्यूज़, 19 जून: ग़ाज़ियाबाद के मुरादनगर में कल (18 जून) एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जहां मुरादनगर थाने के ठीक बाहर गोलीबारी में रवि शर्मा नामक युवक की मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब रवि शर्मा अपने परिवार के साथ मिलक रावली गांव में अपने घर पर हुई गोलीबारी की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे थे।
पुलिस का बयान:
ग्रामीण डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया, “18 जून को मुरादनगर पुलिस स्टेशन को सूचना मिली थी कि मिलक रावली गांव में रविंद्र शर्मा के घर पर कुछ लोगों ने गोली चलाई है। इस सूचना पर तुरंत पुलिस बल जांच के लिए मौके पर पहुंचा। आरोपी मोंटी के घर की भी तलाशी ली गई, लेकिन वह वहां मौजूद नहीं था। इसके बाद, रविंद्र शर्मा और उनके परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।”
डीसीपी तिवारी ने आगे बताया, “थाने के बाहर कुछ परिजनों और परिचितों ने आरोपी को देखा। रोकने की कोशिश के बावजूद, मोंटी ने रविंद्र शर्मा के बेटे रवि पर गोली चला दी। रवि को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। रविंद्र शर्मा और उनके परिवार ने इसी गांव के मोंटी और अजय पर आरोप लगाया है। एक मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अन्य कानूनी कार्रवाई जारी है। शव की शिनाख्त के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीमें काम कर रही हैं।”
विधायक ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन:

मुरादनगर के भाजपा विधायक अजीतपाल त्यागी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “परिवार सुरक्षा और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है, और उत्तर प्रदेश सरकार हमेशा दृढ़ता से जवाब देने के लिए तैयार है। इस मामले में भी जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
पिता ने उठाए पुलिस जांच पर सवाल:

मृतक रवि के पिता, रविंद्र शर्मा, ने पुलिस की जांच पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “मैं पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं हूं। गोली चलने के समय थाने के बाहर चार पुलिसकर्मी खड़े थे, और वे वीडियो बनाने लगे… मैं मांग करता हूं कि मेरे बेटे के साथ जो हुआ, उसके साथ भी एनकाउंटर किया जाए… वह पॉक्सो एक्ट के तहत 10 साल से जेल में था…”
रविंद्र शर्मा के बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे पुलिस की भूमिका और आरोपी के आपराधिक इतिहास को लेकर काफी आक्रोशित हैं। पुलिस फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। यह घटना पुलिस व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है, खासकर जब अपराध थाने के ठीक बाहर हुआ हो।