लखनऊ, 26 जून 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इटावा में यादव और दलित कथावाचकों के सिर मुंडाने और उनके साथ मारपीट के सनसनीखेज मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ब्रजेश श्रीवास्तव को जमकर फटकार लगाई है। सीएम योगी ने इसे राज्य में जातीय हिंसा भड़काने की कोशिश करार दिया और पुलिस की ढिलाई पर गहरी नाराजगी व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग उत्तर प्रदेश में जातीय हिंसा फैलाना चाहते हैं और पुलिस इसे रोकने में विफल रही है। उन्होंने इसी तरह की घटनाओं को लेकर औरैया और कौशांबी के एसपी को भी फटकार लगाई, जहां ऐसी ही घटनाएं सामने आई हैं। सीएम योगी ने चेतावनी दी कि जिस भी जिले में इस तरह की घटनाएं होंगी, उस जिले के अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह फटकार तब लगाई गई जब सीएम योगी बुधवार को अपने सरकारी आवास से आगामी त्योहारों की तैयारी और कानून-व्यवस्था की स्थिति की शासन और फील्ड में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा कर रहे थे।
क्या है इटावा का ‘चोटी कांड’ मामला?
यह पूरा मामला इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव का है। 21 जून को यहां एक भागवत कथा का आयोजन किया गया था, जिसमें कथावाचक मुकुट मणि और आचार्य संत सिंह कथा वाचन कर रहे थे।
आयोजन के दौरान कुछ ग्रामीणों ने कथावाचकों की जाति को लेकर आपत्ति जताई। आरोप लगाया गया कि कथावाचकों ने स्वयं को ब्राह्मण बताकर कथा का आयोजन किया, जबकि वे दूसरी जाति से थे। इसी विवाद ने तूल पकड़ा और कुछ लोगों ने कथावाचकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं, उनकी इच्छा के विरुद्ध उनके बाल (चोटी) भी काट दिए गए। इस अमानवीय कृत्य का किसी ने वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने पर पुलिस एक्शन:
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई। स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इटावा एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सेल ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया और मामले की जांच शुरू की। पीड़ित कथावाचकों की तहरीर पर संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 21 वर्षीय आशीष, 19 वर्षीय उत्तम, 24 वर्षीय प्रथम उर्फ मनु और 30 वर्षीय निक्की को गिरफ्तार कर लिया। इनमें निक्की पर कथावाचकों के बाल जबरन काटने का मुख्य आरोप है।
एसएसपी का बयान:
इटावा एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया था कि यह घटना बकेवर थाना क्षेत्र के एक गांव में आयोजित भागवत कथा के दौरान हुई, जहां कथावाचक के साथ कथित तौर पर मारपीट, अपमानजनक व्यवहार और उनकी चोटी काटने की घटना हुई। उन्होंने पुष्टि की कि सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और शिकायत के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई है, जो इस मामले की गहन विवेचना कर रही है। पीड़ित की पहचान कर ली गई है और सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाएगी।