यूपी RO/ARO परीक्षा 2025: नकल पर योगी सरकार का सख्त पहरा, STF की पैनी नजर, 27 जुलाई को कड़े इंतजाम

लखनऊ, 22 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश में 27 जुलाई को प्रस्तावित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO) परीक्षा को निष्पक्ष और शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए योगी सरकार ने अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए हैं। परीक्षा में नकल और धांधली को रोकने के लिए एसटीएफ (UP STF), खुफिया एजेंसियों और पुलिस विभाग को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है।

Join Us

संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर एसटीएफ की पैनी नजर रहेगी, जबकि नकल माफिया और सक्रिय गैंग पर सख्त शिकंजा कसने की तैयारी है।

राज्य सरकार ने परीक्षा से पूर्व ही चिन्हित संवेदनशील केंद्रों की विशेष निगरानी के निर्देश एसटीएफ को दिए हैं। साथ ही, परीक्षा की शुचिता भंग करने वाले पुराने आरोपियों और सक्रिय नकल गैंग की पहचान कर उनकी सतत निगरानी और रोकथाम के आदेश भी जारी किए गए हैं।

नकल माफिया की कमर तोड़ने की तैयारी:

* पुराने आरोपियों पर नजर: पूर्व में परीक्षा अपराधों में लिप्त रहे गैंग और आरोपी जो इस समय जमानत पर हैं, उन पर विशेष नजर रखी जाएगी।
* सोशल मीडिया निगरानी: एसटीएफ सोशल मीडिया के खुले प्लेटफॉर्म के साथ-साथ व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे अफवाह फैलाने वाले माध्यमों पर भी कड़ी नजर रखेगी, ताकि किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी या प्रश्न पत्र लीक की अफवाहों को रोका जा सके।
* कोचिंग सेंटरों पर निगरानी: परीक्षा के दौरान कोचिंग संस्थानों की गतिविधियों पर भी नजर रखने के लिए समर्पित टीमें तैनात रहेंगी, जो किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित एजेंसियों को देंगी।

परीक्षा केंद्रों पर अभूतपूर्व सुरक्षा प्रबंध:

* सघन तलाशी (फ्रिस्किंग): प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा जो शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ अभ्यर्थियों की गहन तलाशी (फ्रिस्किंग) करेगा, ताकि कोई भी निषिद्ध सामग्री अंदर न ले जा सके।
* गोपनीय सामग्री की सुरक्षा: प्रश्न पत्रों और उत्तर पुस्तिकाओं सहित गोपनीय बंडलों की ट्रेजरी से निकासी से लेकर परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के डिस्पैच तक की पूरी प्रक्रिया में सशस्त्र गार्ड और वरिष्ठ अधिकारी की मौजूदगी अनिवार्य की गई है।
* कठोर कानूनी कार्रवाई: यदि परीक्षा के दौरान कोई भी अभ्यर्थी या व्यक्ति अनुचित साधनों के प्रयोग में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं और उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 के अंतर्गत कठोर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

नोडल अधिकारी और व्यापक समन्वय:

आरओ/एआरओ परीक्षा को नकलमुक्त और निष्पक्ष बनाने के लिए राज्य सरकार और आयोग का यह संयुक्त अभियान परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और ईमानदारी को स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।

परीक्षा के दिन आयोग और एसटीएफ के बीच समन्वय बनाए रखने हेतु एक वरिष्ठ अधिकारी को नामित किया जाएगा। इसके अलावा, हर जिले में पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक या पुलिस अधीक्षक स्तर के नोडल अधिकारी की प्रत्यक्ष निगरानी रहेगी।

समस्त जनपदों में जिलाधिकारी को भी नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो परीक्षा की संपूर्ण व्यवस्था की निगरानी करेंगे और आवश्यकतानुसार त्वरित निर्णय ले सकेंगे।

परीक्षा एक नजर में:

* तिथि: 27 जुलाई 2025
* जिले: सभी 75 जनपदों में आयोजित
* पाली: प्रातः 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक एक पाली में
* अभ्यर्थी: 10.76 लाख से अधिक
* परीक्षा केंद्र: 2,382

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *