रोजगार समाचार उत्तर प्रदेश :तमाम विपक्षी दल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार पर मुस्लिमों के साथ भेदभाव का आरोप लगते हैं लेकिन 10 सितंबर को मिशन रोजगार के तहत उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयनित 647 वन रक्षकों/वन्यजीव रक्षकों व 41 अवर अभियंताओं को लोकभवन सभागार में मंगलवार को नियुक्ति पत्र बांटते समय एक मामला ऐसा भी प्रकाश में आया जब एक मुस्लिम युवक को दो महीने में दो नौकरी के नियुक्ति पत्र मिले ।
रामपुर के सलीम अहमद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में वन्य रक्षक पद पर चयनित हुए हैं। 2 महीने पहले इनका चयन लेखपाल के पद हुआ था।
मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए सलीम ने बताया कि योगी सरकार की निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया का सबसे बड़ा प्रमाण मैं खुद हूं। इस सरकार में युवाओं को जिस तरह से नियुक्ति दी जा रही है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हमारी कड़ी मेहनत और ईमानदारी का फल इस सरकार ने दिया है। मैने दो बार परीक्षा दी और दोनों में चयनित हुआ। यदि आप योग्य और क्षमतावान हैं तो इस सरकार में सरकारी नौकरी मुश्किल नहीं है।
वो आगे कहते हैं कि यह वही प्रदेश है जहां 2017 से पहले इंटरव्यू से युवाओं को ही नहीं, बल्कि उनके सपने को भी बाहर निकाल दिया जाता था और आज प्रदेश के मुखिया अपने हाथों से नियुक्ति पत्र बांट रहें हैं।
सलीम भावुक होते हुए बताते हैं कि मेरे गांव में जब कोई सरकारी अफसर आता था जो मेरे पिताजी साफ सफाई करते थे, लेकिन उनका बेटा एक नहीं बल्कि दो बार सरकारी नौकरी में नियुक्त हुआ है।