नई दिल्ली, 23 जून 2025: आज सुबह के शुरुआती कारोबार में अमेरिका और एशिया के शेयर बाजारों में भू-राजनीतिक तनाव (Geopolitical Tensions) के कारण भारी गिरावट दर्ज की गई। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष और अमेरिका की प्रत्यक्ष भागीदारी ने वैश्विक निवेशकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं, जिसका सीधा असर शेयर बाजारों पर दिख रहा है।
प्रमुख बाजारों का हाल:
* अमेरिका: एस एंड पी 500 फ्यूचर्स (S&P 500 futures) फ्लैट लाइन से नीचे कारोबार कर रहे थे, जबकि नैस्डैक फ्यूचर्स (Nasdaq futures) में भी लगभग 100 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। यह अमेरिकी प्रौद्योगिकी शेयरों में संभावित दबाव का संकेत देता है।
* एशिया: जापान का बेंचमार्क निक्केई 225 (Nikkei 225) 0.58 प्रतिशत गिर गया, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स (Kospi index) 1.16 प्रतिशत नीचे लुढ़क गया। हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स (Hang Seng index) के फ्यूचर्स भी निचले स्तर पर खुले, जो एशियाई बाजारों में व्यापक नकारात्मक धारणा को दर्शाता है।
कच्चे तेल की कीमतों में उछाल:
* शेयर बाजारों में गिरावट के विपरीत, बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) की कीमत में शुरुआती कारोबार में 3 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया। भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से तेल आपूर्ति में व्यवधान की आशंकाएं बढ़ जाती हैं, जिससे कच्चे तेल की कीमतें ऊपर जाती हैं। यह उन देशों के लिए चिंता का विषय है जो अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर हैं।
बाजार पर भू-राजनीतिक तनाव का असर:
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते सैन्य संघर्ष और इसमें अमेरिका की कथित संलिप्तता ने वैश्विक अनिश्चितता बढ़ा दी है। निवेशक सुरक्षित निवेशों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे इक्विटी बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ गया है। मध्य पूर्व में तनाव कम होने तक यह अस्थिरता बनी रहने की संभावना है।