अन्तरराष्ट्रीय कालीन मेला Carpet Expo Mart

International Carpet Expo, 45 वां अन्तरराष्ट्रीय कालीन मेला भदोही : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया शुभारंभ

9 अक्टूबर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के गौरव की बात है कि  अन्तरराष्ट्रीय कालीन मेला का  भदोही में 45वें  आयोजन हो रहा है । इंटरनैशनल मेले में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मेक इन इंडिया प्रोग्राम को ग्लोबल प्लेटफॉर्म ऑफर करने और वोकल फेयर लोकल फेयर ग्लोबल के विजन को नई शिक्षा प्रदान करने का अभियान है। भदोही का हस्त निर्मित ऑनलाइन वैश्विक बाजार की मांग पूरी होती है। जिस जिले भदोही में आज से कुछ वर्ष पूर्व लोगों में भय और आतंक का माहौल था। आज यहां कार्पेट एक्सपो मार्ट में 45वां इंटरनैशनल कालीन मेला आयोजित हो रहा है।

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मुख्यमंत्री जी आज यहां जिले भदोही के कारपेट एक्स्पो मार्ट में सी0ई0पी0सी0 एवं भदोही जिला प्रशासन द्वारा 08 से 11 अक्टूबर, 2023 तक आयोजित 04 दिवसीय 45वें  अन्तरराष्ट्रीय कालीन मेला के  शुभारम्भ करने के इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार प्रस्तुत किये । कार्यक्रम में क्लासिक उद्योग के विकास पर आधारित लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।

अन्तरराष्ट्रीय कालीन मेला
फाइल फोटो

O.D.O.P योजना के अंतर्गत लूम की स्थापना :

 

मुख्यमंत्री जी ने थीम पैवेलियन और एक्स्पो मार्ट स्टॉल का अवलोकन करते हुए कालीन की विभिन्न वैराइटी, सुविधा, निर्माण कार्यविधि, इंटरनैशनल मांग और साझेदारी और हैंडलूम पर कटाई, इंटरनेट कर रही महिला बुनकर से डेटवेट के ताने-बाने के संयोजन की जानकारी प्राप्त की। ।। जेल में निरुद्ध कुशल बंदी द्वारा तैयार की गई जेलों की जेल में बंदियों की। मुख्यमंत्री जी ने ओ0डी0ओ0पी0 योजना के रिकार्ड 10 दिव्य प्रशिक्षण टूलकिट वितरण के साथ ही कारागार  में 04 टैफ्टेड व 11 नोटेल लूम की स्थापना की घोषणा की है। समय-समय पर वैरायटी के उपरान्ट प्राप्त लाभ से बंदियों को पारिश्रमिक का भुगतान किया जाता है।

68 countries लेंगी भाग :

 

अन्तरराष्ट्रीय कालीन मेला
साभार नेट

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश का जिला भदोही, वाराणसी को कार्पेट और वस्त्र उद्योग के हब के रूप में जाना जाता है। यहां पहले भी दुर्लभ चीजें थीं, क्योंकि हस्तशिल्पियों और कलाकारों में भूख की कमी नहीं थी। लेकिन हंगेरियन को टाइम के आर्किटेक्चरल टेक्नोलॉजी और प्लेटफोर्म उपलब्ध नहीं हो पाए। हंगेरियन को जैसे ही प्लेटफॉर्म मिला और उसे तकनीक और डिजाइन के साथ जोड़ा गया, आज वही हस्तशिल्पी और कलाकार वैश्विक मंच पर अपनी धाक जमाता दिखाई दे रहा है। बड़ी संख्या में आये आये बायर्स के उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस एक्सपो में 68 देशों के लगभग 450 से अधिक विदेशी बायर्स आये हैं, जिनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, बेल्जियम, ब्राजील, ईजिप्ट, जर्मनी और इटली के बायर्स शामिल हैं। इस प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि एक महीने में ही एम0एस0एस0एम0ई0 और वस्त्र उद्योग विभाग के माध्यम से प्रदेश के पोटेंशियल को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का यह दूसरा अवसर है।

‘एक प्रदेश, एक उत्पाद’ और ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ के संयोजन से भी फायदा

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के पारंपरिक वास्तुशिल्प एवं नवाचारों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ कलाकारों का मंच प्राप्त हो, इसके लिए पिछले 21 से 25 सितम्बर, 2023 के बीच ग्रेटर नोएडा में राष्ट्रीय प्रदर्शनी मार्ट में प्रदेश ने यू0पी0 इंटर नेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया था ।  21 सितंबर 2023 को देश की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी ने राष्ट्रीय व्यापार शो का उद्घाटन किया था। इस ट्रेड शो में देश और विदेश के अलग-अलग इलाकों से करीब 05 लाख सिक्के आए थे। यह अब तक का सफलतम कार्यक्रम था।

इस माध्यम से प्रदेश की सामथ्र्य एवं क्षमता का चित्रण किया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम अपने हस्तशिल्पियों और कलाकारों को आगे बढ़ाएंगे। यह प्रदेश की बहुत बड़ी ताकतें हैं। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 में परम्परागत उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए ‘एक प्रदेश, एक उत्पाद’ योजना शुरू की थी। प्रदेश के हस्तशिल्पियों और कलाकारों को अच्छी ट्रेनिंग, उन्नत कारीगरों के औजार उपलब्ध कराने के लिए ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना की तलाश की गई। ‘एक प्रदेश, एक उत्पाद’ योजना और ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना ने प्रदेश को चार वर्षों में भारी मात्रा में सहायता प्रदान की है। यह प्रदेश की नई पोटेंशियल है।

One District One Product योजना ने सोच को बदला :

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी दुनिया के किसी भी देश में जाएं, तो वहां के राष्ट्राध्यक्षों द्वारा बनाए गए पारंपरिक उत्पादों को वहां के राष्ट्राध्यक्षों को डिजाइन स्वरूप प्रदान कर यहां के हस्तशिल्पियों के सम्मान को बढ़ाने का काम करते हैं। पहले देश व प्रदेश के त्योहार और त्योहारों में चीन निर्मित मूर्ति की भरमार रहती थी। पिछले 06 वर्षों में ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना लागू होने के बाद चीन निर्मित सामान नहीं, बल्कि ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत हस्तशिल्पियों और कलाकारों द्वारा निर्मित उत्पादों को उपहार स्वरूप दिया जाता है। लोग बहुत गर्व के साथ अपने घर में कब्रों को सजाते हैं। इन कार्यशालाओं में देश और प्रदेश की आत्मीयता सम्मिलित है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश के नये संसदीय भवन का उद्घाटन किया। वहां पर जाकर कारपेट भदोही के कलाकारों द्वारा निर्मित किया गया है। प्रधानमंत्री जी ने अपने उद्बोधन में यह भी कहा था कि नई संसद भवन में लगी हुई काल प्रदेश के भदोही के उत्तर प्रदेश के कलाकारों ने इसका निर्माण किया है। इससे भदोही के हस्तशिल्पियों को निर्दिष्ट प्राप्त हुई। यह प्रदेश के लिए गौरव का क्षण था।

G20 Summits में भी रही भदोही के Carpets की धूम :

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हाल ही में देश में जी-20 समित का आयोजन किया गया। दुनिया के लगभग 40 देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने की थी स्थापना। भारत के पारंपरिक उत्पाद सभी राष्ट्र प्रमुखों को उपहार स्वरूप प्रदान किए गए। इस समिति में कालान्तर में उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्पियों कलाकारों द्वारा भी निर्मित किया गया था। ये चीजें हैं हस्तशिल्पियों और कलाकारों के मन में काम करने का जज्बा, इसे और अधिक आधिकारिक बनाना जरूरी है। इसी प्रोत्साहन के लिए हम सभी यहां उपस्थित हैं।

‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ और  ‘मुख्यमंत्री युवा संविधान’ से भी लाभ 

 

मुख्यमंत्री जी ने हस्तशिल्पियों और कलाकारों का चित्रण करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार बोलने में कम और करने में सबसे ज्यादा विश्वास रखती है। प्रदेश सरकार हस्तशिल्पियों और कलाकारों को अच्छे डिजाइन के साथ जोड़ने, तकनीक उपलब्ध कराने, हस्तनिर्मित मूर्तियों को अच्छे प्लेटफोर्म उपलब्ध कराने के लिए प्रचुर सहयोग प्रदान करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में लगभग 20 लाख करोड़ रुपये हैं। ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत जिले भदोही द्वारा जिले के लिए 1,550 कलाकारों को प्रशिक्षण और टूल किट उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है। ODOPO  रेगिस्तानी मनी योजना से 286 रत्नों को जोड़ा गया है। बैंकर्स के साथ उन्हें इंटरकॉम में लोन उपलब्ध कराने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ और ‘मुख्यमंत्री युवा संविधान’ योजना के माध्यम से इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का काम किया गया।

17 सितंबर, 2023 से प्रधानमंत्री व्यापारी योजना की भी शुरुआत :

 

प्रदेश सरकार के स्तर पर जनपद भदोही के विद्यार्थियों के लिए लगातार सहयोग प्रदान किया जा रहा है। देश में ऐतिहासिक उद्योग द्वारा 17 हजार करोड़ रुपये की हिस्सेदारी है। इसमें 60 प्रतिशत संयुक्त उत्तर प्रदेश के तीन जिलों, भदोही, मीरजापुर और वाराणसी के कलाकारों द्वारा निर्मित काल का होता है। उनके उत्कृष्ट प्रतियोगी के लिए जिला भदोही को ‘टाउन्स एएएफ एक्सपोर्ट एक्सिलेंस’ पुरस्कार मिला है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में पहले से ही ‘एक प्रदेश, एक उत्पाद’ योजना और ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ जैसी योजनाएं चल रही हैं। भारत सरकार ने भी 17 सितंबर, 2023 को ‘पी0एम0 व्यापारी’ योजना शुरू की है। यह योजना वास्तुशिल्प कलाकारों और हस्तशिल्पियों के लिए नया प्लेटफ़ॉर्म है। प्रदेश के 54 मॉडलों को जी0आई0 टैग प्रदान किया गया है। समय के शास्त्रीय प्रौद्योगिकी और अन्य कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का परिणाम है कि प्रदेश के पारंपरिक वास्तुशिल्प सिद्धांतों को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त हो रही है।

Zero Developers And Zero Effects का दूरदर्शी लक्ष्य :

 

मुख्यमंत्री जी ने भदोही के सभी हितधारकों को राज्य सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा ‘जीरो डेवलपर्स व जीरो इफेक्ट्स’ का दूरदर्शी लक्ष्य हम सबके सामने रखा गया है। हमारा भारतीय शास्त्रीय उद्योग इसे आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगा। उन्होंने 04 दिव्यांश राष्ट्रीय काली महोत्सव के आयोजन द्वारा अपने लक्ष्य को प्राप्त किये जाने वालों के  प्रति शुभकामना संदेश देते हुए कहा कि कारपेट एक्स्पो मार्ट का बेहतरीन उपयोग करने का प्रयास किया जाना चाहिए। यहां अलग-अलग समय पर अलग-अलग तरह के आयोजन होने चाहिए। राज्य सरकार अपने हस्तशिल्पियों, कलाकारों के कलाकारों के विकास के लिए मूल्यवान है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने नवनिर्मित संसदीय भवन की साज-सज्जा में योगदान देने वाली साज-सज्जा में लगभग 400 महिलाओं को कुशल हस्तशिल्प रोजगार की प्रेरणा प्रदान कर उन्हें स्वयं सहायता प्रयोगशाला से साज-सज्जा में आत्मनिर्भर बनाने वाली श्रीमती मशबीन को सम्मानित किया। उन्होंने ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के लिए टूल किट की जांच की और ‘एक जिले, एक उत्पाद’ के लिए सामान्य धन योजना के लिए टूल किट की पेशकश की।

इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान, स्टाम्प और कोर्ट शुल्क एवं जनसंपर्क मंडल (स्वतंत्र प्रतिनिधि) श्री रवींद्र, अल्पसंख्यक कल्याण पियानो श्री डेनिश आज़ाद निरपेक्ष उद्यम सहित अन्य सार्वजानिक, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री मोहन प्रसाद एवं शासन – प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, देश-विदेश के स्मारक, एक्सपोर्टर्स, बायर्स और बुनकर उपस्थित थे।

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