Noida News Today : 06 मई 2025। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर जिला कृषि रक्षा अधिकारी विनोद कुमार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। इसमें गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले विनाशकारी कीट लीफ हापर (Pyrilla perpusilla) से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह कीट गन्ने की उपज में 31.6% तक की गिरावट और चीनी की रिकवरी में 2-3% की कमी ला सकता है।
जीवन चक्र की जानकारी:
यह कीट पत्तियों के निचले भाग पर अंडे देता है और पांच अवस्थाओं में वृद्धि करता है। इसकी निम्फ अवस्था सबसे अधिक नुकसानदायक होती है। वयस्क कीट का जीवनकाल 14 से 200 दिन तक हो सकता है।
फसल को क्षति का स्वरूप:
यह कीट गन्ने की पत्तियों से रस चूसता है, जिससे पत्तियां पीली पड़कर मुरझा जाती हैं। पत्तियों पर छोड़ा गया हनीड्यू नामक स्राव काले फफूंद (ब्लैक मोल्ड) को जन्म देता है, जिससे प्रकाश संश्लेषण बाधित होता है। इससे गन्ने में सुक्रोज की मात्रा कम हो जाती है और गुड़ का रंग नीला पड़ सकता है।
कीट नियंत्रण हेतु सुझाव:
सेट्स का उपचार: रोपाई से पहले क्लोरपाइरीफॉस 20 ईसी का 2 मिली प्रति लीटर पानी में घोल तैयार कर उसमें डुबोकर सेट्स लगाएं।
नाइट्रोजन का सीमित प्रयोग: उर्वरकों का संतुलित उपयोग करें ताकि कीटों का प्रजनन नियंत्रित रहे।
प्राकृतिक नियंत्रण: 3-5 कीट/पत्ती दिखने पर एपिरिकेनिया मेलानोल्यूका के कोकून और अंडे खेत में छोड़े जाएं।
रासायनिक नियंत्रण: क्लोरपाइरीफॉस 20 ईसी या क्यूनालफॉस 25% ईसी का उचित मात्रा में छिड़काव किया जाए।