अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ की संस्था ‘ स्पेशल ओलंपिक भारत ‘ जो दिव्यांग खिलाड़ियों के अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक का आयोजन करती है, इसकी भारत में भी एक समृद्धि इकाई है। स्पेशल ओलंपिक उत्तर प्रदेश के चुनाव आज दिनांक 13 सितंबर 2023 को शांतिपूर्ण व सर्वसम्मति से संपूर्ण हुआ।
स्पेशल ओलंपिक उत्तर प्रदेश के चुनाव के बाद नवनियुक्त टीम के अध्यक्ष श्री मुकेश शुक्ला, उपाध्यक्ष के रूप में श्रीमती सरस्वती नंदा, महासचिव श्री संजीव जी, ट्रेजरर श्री जितेंद्र सिंह जी, स्पोर्ट्स डायरेक्टर के रूप में श्री पराग अग्रवाल जी चयनित किए गए हैं।
स्पेशल ओलंपिक समिति के चुनाव के इस प्रक्रिया के पश्चात स्पेशल ओलंपिक उत्तर प्रदेश ने एक वार्षिक जनरल मीटिंग का आयोजन किया। जिसमे समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री असीम अरुण मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
संघ के प्रदेश भर से आये पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए श्री अरुण ने कहा कि समाज में सबके लिए समानता का भाव रखना ही सही रूप में समावेशी विकास है। मा. प्रधानमत्री जी ने सबका साथ-सबका विकास का जो सन्देश दिया है उसे खेल के माध्यम से हर घर तक पहुँचाया जा सकता है।
पेरेंट्स कैटेगरी में पेरेंट्स रिप्रेजेंटेटिव के रूप में श्री अभिषेक चतुर्वेदी जी, डिसेबिलिटी एक्सपर्ट के रूप में श्री जितेंद्र मिश्रा जी, फाइनेंस केटेगरी व बिजनेस एक्सपर्ट के रूप में श्री ललित जायसवाल जी को चुना गया है यह टीम आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में स्पेशल ओलंपिक को आगे बढ़ाने का काम करेगी।
संस्था के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री मुकेश शुक्ला जी ने पूर्व के प्रतिनिधियों के कार्यों की सराहना की और उल्लेख किया की हाल ही में जर्मनी के बर्लिन में हुए स्पेशल ओलंपिक के आयोजन में भारत के 199 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और उसमें 200 मेडल जीते। हम पूरी दुनिया में दूसरे स्थान पर रहे इसके लिए स्पेशल ओलंपिक भारत अपने आप को गौरवान्वित महसूस करता है।
आगामी योजनाओं के बारे में उल्लेख करते हुए श्री मुकेश शुक्ला ने कहा की की तेजी से चलने वाले मेंबरशिप ड्राइव, स्पेशल बच्चों का उपयोगी स्टेशन सहित अनेक कार्यक्रमों की योजना आगामी 1 वर्षों के लिए रखी और प्रेस से आए लोगों के प्रश्नों का उत्तर दिया।
आगामी योजनाओं में पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में जिला स्तरीय इकाई बनाई जाएगी, जो स्पेशल बच्चों और उनके विकास के लिए कार्य करेंगी।
स्पेशल बच्चों के लिए समर्पित एक निशुल्क हेल्पलाइन नंबर प्रदेश में आरंभ की जाएगी जिसके माध्यम से इन बच्चों को प्रॉपर गाइडेंस, उनकी देखभाल व उनके लिए उपलब्ध सुविधा या व्यवस्थाओं के संदर्भ में उनके पेरेंट्स को जानकारियां उपलब्ध होंगी, इसके लिए एक पैनल बनाकर सभी तक सूचना व समाधान पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।
इसी के अंतर्गत आने वाले समय में हेल्थ कैंप लगाई जाएगी जिससे इन सभी बच्चों और खिलाड़ियों के स्वास्थ्य का अच्छी तरह से जांच हो।
उत्तर प्रदेश में स्पेशल बच्चों के खेल हेतु स्पोर्ट्स सेंटर विकसित हो इसका लक्ष्य रखा गया है। उत्तर प्रदेश में कम से कम 3 नए स्पोर्ट्स सेंटर जो स्पेशल बच्चों के खेल को डेडीकेटेड हो खोलने का लक्ष्य रखा गया है।
समिति ने यह भी लक्ष्य रखा है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिले में कम से कम 100 डेडीकेटेड सदस्य जो स्वयंसेवी के रूप में कार्य करें उन्हें जोड़कर एक सशक्त और सघन संगठन खड़ा करने का कार्य किया जाएगा।
आगामी 3 महीने में उत्तर प्रदेश के सभी बड़े कमिश्नरेट में जिला स्तर के खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है।
उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में बच्चों का UDID रजिस्ट्रेशन हो इसका लक्ष्य भी रखा गया है।
इस तरह संस्था ने आगामी कार्यों के संदर्भ में अनेक लक्ष्य रखे हैं व अनेक विषयों पर कार्य का निर्धारण किए हैं।