पहलगाम, जम्मू-कश्मीर 27 मई: जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कश्मीर में भेजे गए ‘ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच प्रोग्राम’ के प्रतिनिधिमंडलों से शांति का संदेश ले जाने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि क्षेत्र लड़ाई नहीं, बल्कि अमन चाहता है।
पहलगाम में मीडिया से बात करते हुए डॉ. अब्दुल्ला ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जो प्रतिनिधिमंडल (ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच प्रोग्राम) भेजे हैं, वे यह संदेश भी ले जाएं कि हम अमन चाहते हैं। हम लड़ाई नहीं चाहते।” उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए विभिन्न आउटरीच कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र पर बनाए जा रहे बांध पर चिंता:
फारूक अब्दुल्ला ने चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाए जा रहे बांध को लेकर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने चेतावनी दी कि इस परियोजना से भारत, विशेषकर ब्रह्मपुत्र नदी पर निर्भर राज्यों के लिए गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
उन्होंने कहा, “चीन जो बांध बना रहा है, उससे हमें मुसीबत आएगी। ब्रह्मपुत्र नदी पर इसका मुख्य प्रभाव पड़ेगा। इसका प्रभाव बांग्लादेश पर भी पड़ेगा।” डॉ. अब्दुल्ला का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत लगातार चीन से ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में अपनी जलविद्युत परियोजनाओं के बारे में जानकारी साझा करने का आग्रह कर रहा है, ताकि निचले इलाकों में पड़ने वाले प्रभावों का आकलन किया जा सके।
यह मुद्दा भारत और चीन के बीच एक संवेदनशील विषय रहा है, जहां भारत को चिंता है कि चीन के बांध निर्माण से ब्रह्मपुत्र के जल स्तर और प्रवाह पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे कृषि और पारिस्थितिकी पर असर पड़ेगा। बांग्लादेश भी इस मुद्दे पर भारत के साथ समान चिंताएं साझा करता है।