नई दिल्ली, 12 जून 2025: भारत दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (Rare Earth elements) से संबंधित कुछ वस्तुओं पर चीन द्वारा लगाए गए निर्यात नियंत्रणों को लेकर चीनी पक्ष के साथ लगातार संपर्क में है। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज इसकी जानकारी दी।
जायसवाल ने बताया, “जैसा कि आपको पता होगा, अप्रैल की शुरुआत में, चीनी वाणिज्य मंत्रालय और सीमा शुल्क के सामान्य प्रशासन ने कुछ दुर्लभ पृथ्वी-संबंधित वस्तुओं पर निर्यात नियंत्रण लागू करने के अपने निर्णय की घोषणा की थी।”उन्होंने आगे कहा, “हम व्यापार के लिए आपूर्ति श्रृंखला में पूर्वानुमेयता (predictability) सुनिश्चित करने हेतु चीनी पक्ष के साथ, दिल्ली और बीजिंग दोनों जगह, अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं के अनुरूप बातचीत कर रहे हैं।”
चीन दुनिया में दुर्लभ पृथ्वी तत्वों का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है। ये तत्व विभिन्न उच्च-तकनीकी उद्योगों, जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन और रक्षा उपकरणों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चीन द्वारा इन पर निर्यात नियंत्रण लगाने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर असर पड़ने की आशंका है। भारत इन महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए चीन के साथ राजनयिक स्तर पर सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है।