आज गणेश चतुर्दशी के पावन अवसर पर नयी संसद में सबसे पहला बिल Women reservation bill पेश किया गया जिसका नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम विधेयक 2023 दिया गया ।
19 सितंबर 2023 भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षर में दर्ज हो गया । आज विधिवत नई संसद का श्री गणेश हुआ और ये एक यादगार दिन में बदल गया दूसरा लंबे समय से लटका हुआ Women reservation bill लोकसभा में कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने पेश किया जो कि लगभग 20 साल से लोकसभा में विपक्षी दलों के विरोध के कारण लंबित था । कांग्रेस भी इसके समर्थन में है इसलिए यह Women reservation bill की लोकसभा में पारित होने की पूरी संभावना है । इसतरह नई संसंद इस बिल की पहली गवाह बनेगी ।
इस बिल के पेश होते समय प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा –
” अनेक वर्षों से महिला आरक्षण को लेकर चर्चाएँ हुई हैं . पहले भी कुछ प्रयास हुए हैं . 1996 में पहला बिल पेश किया गया था . कई बार महिला आरक्षण पेश किया लेकिन पास कराने के लिए आँकड़े नहीं जुटा पाए . वो सपना अधूरा रह गया .
शायद ईश्वर ने ऐसे कई पवित्र काम के लिए मुझे चुना है .
हमारी सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है . महिला आरक्षण विधेयक को कैबिनेट में मंज़ूरी दी गई है . 19 सितंबर की तारीख इतिहास में अमरत्व को प्राप्त करने जा रहा है . नीति निर्धारण में माताएँ . बहने अधिकतम योगदान दें .
इस एतिहासिक मौक़े पर सदन की पहली कार्यवाही के अवसर पर देश के इस नए बदलाव का आवाहन किया है .
वीमेन लेड डेवलपमेंट के संकल्प पर आगे बढ़ने के लिए हमारी सरकार संविधान संसोधन विधेयक प्रस्तुत कर रही है . नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से हमारा लोकतंत्र और मज़बूत होगा . माताओं – बेटियों -बहनों को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए बधाई देता हूँ . इस बिल को क़ानून बनाने के लिए संकल्पबद्द हैं “