नई दिल्ली: 29 अप्रेल 2025 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने YUGM Innovation Conclave 2025 को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की इनोवेशन क्षमता और Deep Tech में भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए यह आयोजन एक अहम कदम है। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि भारत की इनोवेशन कैपेसिटी और डीप टेक में भारत की भूमिका को बढ़ाने का जो प्रयास हम कर रहे हैं, उसे इस आयोजन से और बल मिलेगा।”
नई शिक्षा नीति और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए शिक्षा प्रणाली की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी दृष्टिकोण से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लागू किया गया है, जो वैश्विक मानकों के अनुरूप है। उन्होंने बताया कि ‘वन नेशन, वन डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर’ की स्थापना की गई है, जो पूरी तरह AI आधारित है।
इस तकनीकी प्लेटफॉर्म का उपयोग देश की 30 से ज्यादा भारतीय भाषाओं और 7 विदेशी भाषाओं में डिजिटल पाठ्यपुस्तकें तैयार करने में किया जा रहा है।
भारतीय संस्थानों के वैश्विक विस्तार की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब विदेशों में भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के कैंपस खोले जा रहे हैं और साथ ही भारत में भी दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों की मौजूदगी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, “टैलेंट, टेम्परामेंट और टेक्नोलॉजी ही भारत के भविष्य को ट्रांसफॉर्म करेंगे।”
निष्कर्ष:
YUGM Innovation Conclave 2025 के माध्यम से भारत शिक्षा, नवाचार और तकनीकी नेतृत्व के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है। यह कॉन्क्लेव न केवल युवाओं के लिए अवसरों के द्वार खोलता है, बल्कि भारत को एक ग्लोबल इनोवेशन हब बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।